11-Jun-2025 | Home Loan
घर खरीदना जीवन का एक बड़ा सपना होता है, और इसे पूरा करने के लिए अधिकांश लोग होम लोन का सहारा लेते हैं। लेकिन जब आप होम लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो कई तकनीकी शब्द सामने आते हैं, जिनमें से एक महत्वपूर्ण शब्द है "सैंक्शन"।
बहुत से लोग सैंक्शन और लोन अप्रूवल को एक जैसा मानते हैं, लेकिन असल में दोनों अलग-अलग चरण हैं। इस ब्लॉग में हम होम लोन में "सैंक्शन" (Sanction) का मतलब, इसकी प्रक्रिया और इससे जुड़ी जरूरी बातें को आसान भाषा में समझेंगे, ताकि आप अपने होम लोन का सही निर्णय ले सकें।
होम लोन सैंक्शन का सही मतलब
जब कोई बैंक या वित्तीय संस्था आपके होम लोन आवेदन की जांच करके इसे आम तौर पर मंजूरी देती है, तो इसे "लोन सैंक्शन" कहा जाता है। इसका मतलब है कि आपकी क्रेडिट प्रोफाइल, आय, और अन्य वित्तीय दस्तावेज बैंक द्वारा स्वीकृत किए गए हैं, और आप निर्धारित राशि तक का लोन लेने के योग्य हैं।
ध्यान रखें:
✔ सैंक्शन का मतलब लोन राशि आपके खाते में ट्रांसफर नहीं हुई है, बल्कि आपको लोन देने की शर्तों के अनुसार स्वीकृति दी गई है।
✔ जब सभी शर्तें पूरी हो जाती हैं, तभी लोन डिस्बर्समेंट (Disbursement) यानी असली भुगतान होता है।
होम लोन सैंक्शन की प्रक्रिया कैसे होती है?
जब आप होम लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक/फाइनेंस कंपनी निम्नलिखित चरणों में आपकी पात्रता तय करती है:
1️⃣ लोन आवेदन की समीक्षा:
✅ बैंक सबसे पहले आपके आवेदन पत्र और दस्तावेजों की जांच करता है।
✅ आपकी आय, क्रेडिट स्कोर, नौकरी की स्थिरता और वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन किया जाता है।
2️⃣ क्रेडिट स्कोर और वित्तीय इतिहास जांच:
✅ अच्छा क्रेडिट स्कोर (750+ होना चाहिए) लोन सैंक्शन में मदद करता है।
✅ पिछले लोन भुगतान और बैंकिंग व्यवहार को परखा जाता है।
3️⃣ लोन सैंक्शन लेटर जारी करना:
✅ यदि आप बैंक की सभी शर्तों को पूरा करते हैं, तो आपको "सैंक्शन लेटर" मिलता है।
✅ इस लेटर में लोन राशि, ब्याज दर, EMI, लोन अवधि, शर्तें और नियम लिखे होते हैं।
✅ यह लोन की प्रारंभिक स्वीकृति है, लेकिन अभी लोन राशि जारी नहीं होती है।
महत्वपूर्ण टिप:
यदि लोन सैंक्शन लेटर में दी गई शर्तें आपको स्वीकार नहीं हैं, तो आप बैंक से समायोजन (Negotiation) कर सकते हैं।
लोन सैंक्शन और लोन डिस्बर्समेंट में क्या अंतर है?
बहुत से लोग सैंक्शन और डिस्बर्समेंट को एक जैसा समझते हैं, लेकिन इनमें बड़ा अंतर होता है:
मापदंड |
सैंक्शन (Sanction) |
डिस्बर्समेंट (Disbursement) |
मतलब |
लोन की
स्वीकृति (Approval) |
लोन राशि का
भुगतान (Payment) |
समय |
आवेदन के
बाद शुरुआती चरण |
सैंक्शन के
बाद अंतिम चरण |
क्या होता है? |
लोन पात्रता की
पुष्टि |
संपत्ति सत्यापन के
बाद राशि जारी |
राशि का
प्रकार |
संभावित लोन राशि बताई जाती है |
असली लोन राशि उपलब्ध होती है |
संपत्ति का
संबंध |
संपत्ति की
अंतिम पुष्टि नहीं होती |
संपत्ति वैधता की
पूरी जांच होती है |
ध्यान दें:
✔ लोन डिस्बर्समेंट से पहले, संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों और मूल्यांकन (Property Valuation) की पुष्टि जरूरी होती है।
क्या लोन सैंक्शन के बाद कोई बदलाव हो सकता है?
हाँ! लोन सैंक्शन के बाद कुछ परिस्थितियों में बैंक लोन की शर्तों को बदल सकता है:
✅ ब्याज दर में बदलाव: अगर सैंक्शन के समय फ्लोटिंग ब्याज दर चुनी गई थी और बाजार में दरें बढ़ी या घटीं, तो ब्याज दर बदल सकती है।
✅ लोन राशि में बदलाव: यदि आपकी आय में परिवर्तन हुआ या आपकी नौकरी बदल गई, तो बैंक लोन की राशि कम या ज्यादा कर सकता है।
✅ संपत्ति मूल्यांकन में समस्या: यदि संपत्ति के दस्तावेज पूरे नहीं हैं या बाजार मूल्य कम है, तो बैंक लोन राशि कम कर सकता है।
समाधान:
✔ लोन सैंक्शन के बाद अपने बैंक के संपर्क में रहें और सभी दस्तावेज समय पर जमा करें।
✔ ब्याज दर और लोन राशि की शर्तों को ध्यान से पढ़ें, ताकि भविष्य में कोई समस्या न हो।
निष्कर्ष: लोन सैंक्शन समझें और सही निर्णय लें!
होम लोन सैंक्शन लोन प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण चरण है, जो यह तय करता है कि आपको लोन की स्वीकृति मिली है या नहीं।
महत्वपूर्ण बातें:
✔ सैंक्शन का मतलब लोन की स्वीकृति, लेकिन असली भुगतान नहीं।
✔ सैंक्शन लेटर में ब्याज दर, EMI, अवधि और शर्तें लिखी होती हैं।
✔ डिस्बर्समेंट तभी होता है जब संपत्ति दस्तावेज पूरे होते हैं।
✔ बैंक सैंक्शन के बाद ब्याज दर और लोन राशि में बदलाव कर सकता है।
अगर आप होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो पहले सैंक्शन और डिस्बर्समेंट की प्रक्रिया को पूरी तरह समझें और सही बैंक/फाइनेंस कंपनी चुनें!
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