01-Apr-2022 | Affordable Housing
बढ़ता प्रदुषण, ग्लोबल वार्मिंग एवं जलवायु परिवर्तन एक विश्वव्यापी ज्वलंत और विषम समस्या है। जंगलों में आग, अतिवृष्टि, सूखा, फसलों का ख़राब होना प्राकृतिक आपदाओं की समस्याएं आज मनुष्यजाती के लिए अभिशाप है। भारत जैसे विकासशील देशों में लोग इस समस्या से अछूते नहीं है। अधिक संख्यां में घरों का निर्माण दुनिया भर में कार्बन उत्सर्जन का मुख्य कारक है। आज विश्व के वैज्ञानिक इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए प्रयासरत है परन्तु समस्या ज्यों की त्यों बनी हुयी है। इन सब के बीच, ग्रीन होम कांसेप्ट एक आशा की किरण के रूप में उभर रहा है।
आज हम आप सभी के साथ ग्रीन होम अवधारणा से जुड़े तथ्य और ज़रूरी जानकारियाँ साझा कर रहे हैं। जिसकी सहायता से आप भी अपने सपनों के घर को कम समय में उचित क़ीमत पर पर्यावरण के अनुकूल (Eco friendly homes) तैयार कर सकते हैं। एक ओर जहाँ अधिक निर्माण खर्च, दूषित पर्यावरण, बिजली एवं पानी की आसमान छूती कीमतों ने ग्रीन होम कांसेप्ट को प्रचलित किया है वहीँ दूसरी ओर लोगों की पर्यावरण के प्रति अधिक जागरूकता ने भी ग्रीन होम की मांग को बढ़ाया है।
भारत में आमतौर पर बनने वाले घर पर्यावरण के अनुकूल नहीं होते हैं। बीते कुछ दशकों में अमेरिका और यूरोप के देशों में ग्रीन होम का चलन बहुत बढ़ा है। भारत के लोगों में भी ग्रीन होम के प्रति जागरूकता और रूचि बढ़ी है।
भारत देश में ग्रीन होम की सबसे ज्यादा जरुरत क्यों है?
भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा कार्बन उत्सर्जक देश है।
देश बड़े पैमाने पर बिजली संकट का सामना कर रहा है।
भारत में पानी के स्रोत भी सीमित हैं लेकिन जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है।
वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक अगले बीस सालों में भारत ने अगर पानी प्रबंधन के लिए गंभीर पहल नहीं की तो भारत में गहरा जल-संकट पैदा हो जायेगा।
बड़े शहरों में निर्माण के लिए ज़मीन ख़त्म हो चुकी है, बगीचे और पार्क गिने चुने हैं, लोगों को शहरी कंक्रीट के जंगल में ताजी हवा तक नसीब नहीं हो पाती है।
बरसात का पानी व्यर्थ चला जाता है, हम इसका कोई उपयोग नहीं कर पाते हैं।
क्या आप जानतें हैं, अगर 10 लाख घरों में से सिर्फ़ 20% घर ग्रीन होम बन जाएँ तो 4 ग्रीन होम 1 अतिरिक्त घर की आपूर्ति के लिए पर्याप्त पानी बचा सकते है और ऐसे ही 5 ग्रीन होम मिलकर 1 अतिरिक्त घर के लिए पर्याप्त ऊर्जा बचा सकते हैं। यह 2 लाख ग्रीन होम CO2 के उत्सर्जन को कम कर भारत की स्वास्थ्य सेवा में सालाना 1087 करोड़ रूपये की बचत भी करवा सकते हैं।
क्या गर्मियों में आपका वर्तमान घर बहुत गर्म हो जाता है?
क्या आप बिजली और पानी की किल्लत और भारी भरकम बिलों से परेशान हैं?
क्या आप चाहते हैं आपके घर में बिजली और पानी की कम खपत हो और गर्मियों में आपका घर ठंडा बना रहें?
आप भी अब जानने के लिए उत्सुक होंगे कि "ग्रीन होम" कैसे होते है और उनके लाभ क्या-क्या है ?
दरअसल " Green Home" घर का ऐसा डिज़ाइन है जो की
१) गर्मियों में आपके घर को बाहरी गर्मी से बचा कर, घर को ठंडा रखता है
२) घर में पर्याप्त हवा और रोशनी आने देता है
३) सौर ऊर्जा के उपयोग से बिजली और गर्म पानी का उत्पादन करता है
५) बिजली और पानी की खपत और खर्चों को कम करता है
६) बारिश के पानी को इक्कठा करता है
ग्रीन होम ऐसे घर होते हैं, जहाँ प्रकृतिमय वातावरण होता है, जो बिजली-पानी के ख़र्च बचाने के साथ-साथ पर्यावरण को भी कम नुक़सान पहुँचाते हैं। ग्रीन होम न केवल हमारे जेब को बिजली के बढ़ते बिलों से बचाते हैं, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करते हैं। ग्रीन होम खुले, हवादार, रौशनी से भरपुर होते हैं। ग्रीन होम को हरित गृह भी कहा जाता है, हरित गृहों को इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि वे निर्माण के दौरान और बाद में हानिकारक गैसों का उत्सर्जन कम करते हैं और प्रकृति पर मिट्टी प्रदूषण के बोझ को कम करते हैं।
आम तौर पर, एक साधारण घर के निर्माण में लाल ईंटों का उपयोग किया जाता है, जो पर्यावरण के लिए बेहद हानिकारक हैं। लेकिन लाल ईंटों के बहुत सारे विकल्प उपलब्ध हैं, जो पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ लागत प्रभावी भी हैं, जैसे कि फ्लाईएश ईंटें, खोखले कंक्रीट ब्लॉक या एएसी ब्लॉक। ग्रीन होम में मज़बूत दीवारों के लिए इस प्रकार के अन्य ब्लॉक्स का उपयोग किया जाता है। फ्लाई ऐश के ब्लॉक्स मशीन से कटे होते हैं, जिससे दीवारों पर प्लास्टर की फिनिशिंग अच्छी आती है और प्लास्टर का कोट भी कम लगता है। ग्रीन होम की खिड़कियाँ पूरी तरह से टिंटेड और छज्जेदार होती है। यह घर को बारिश और धुप से बचाते हुए गर्मियों में घर को ठंडा भी रखती है।
ग्रीन होम में लाइट, पंखे, एसी और अन्य सभी इलेक्ट्रॉनिक्स सामान रेटिंग्स देख कर लगाए जाते हैं, ताकि बिजली का उपभोग कम और ज़्यादा एनर्जी सेविंग की जा सके। ग्रीन होम में सोलार पैनल और सोलर वाटर हीटर भी लगाए जाते है जिससे बिजली की अधिक बचत होती है।
पानी की खपत को कम करने के लिए ग्रीन होम में कम पानी ख़र्च करने वाले टॉयलेट्स, नलके और शोवेर्स लगाए जाते है। ग्रीन होम की छत्तों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग तकनीक का उपयोग किया जाता है, जिससे बारिश के पानी को लम्बे समय तक पिने के लिए संग्रहित किया जा सकता है।
भारत में घरों की छतें लंबी-चौड़ी तो होती हैं, और उनका ज़्यादा उपयोग हम नहीं करते हैं। लेकिन हमारे घर को ठंडा और हवादार रखने के लिए छत बहुत फायदेमंद हो सकती है। छत पर सफेद रंग के रिफ्लेक्टिव पेंट की कुछ परतें गर्मियों में तेज धूप से घर की रक्षा करती हैं। रिफ्लेक्टिव पेंट लागत प्रभावी और आसानी से उपलब्ध है। पेंट की जगह हम सालो साल चलने वाली रिफ्लेक्टिव टाइलों का भी उपयोग कर सकते हैं जो घर को ठंडा रखने के साथ साथ हमारी छत को एक सुंदर रूप भी देते हैं।
उपरोक्त सुविधाओं के अलावा, यदि हम चाहें, तो हम अपने हरित गृह में कुछ उन्नत सुविधाएँ भी जोड़ सकते हैं, जैसे सौर पैनल, सौर जल तापक और (Rainwater Harvesting System)। ये आधुनिक समीकरण प्राकृतिक स्रोतों से संसाधनों के उपयोग की सुविधा प्रदान करते हैं और हमारे पानी की खपत को कम करने के साथ-साथ हमारे बिजली बिलों को कम करने में मदद करते हैं।
ग्रीन होम कॉस्ट-इफेक्टिव और अफोर्डेबल होते हैं और भारत सरकार ग्रीन होम के समर्थन में उचित योजनाएँ बनाकर अधिक से अधिक लोगों को इससे लाभान्वित कर रही है। सरकार की इन योजनाओं से प्रोत्साहित होकर लोग ग्रीन होम के प्रति जागरूक हो रहे हैं।
ग्रीन होम की मदद से हम धरती को हज़ारो टन के प्रदुषण से बचा सकते हैं जो कि आने वाली पीढ़ियों के लिए ग्रीन होम एनवायरनमेंट सेफ्टी की दिशा में महत्त्वपूर्ण पहल साबित होगी।
ग्रीन होम बनाने से पहले प्रत्येक व्यक्ति कुछ आधारभूत सवालों के जवाब जानना चाहते हैं जैसे कि ग्रीन होम किसे कहते हैं और ग्रीन होम बनाने में कितना ख़र्च होगा, ग्रीन होम के बारे में पूरी जानकारी कहाँ प्राप्त करें, ग्रीन होम बनवाने के लिए कहाँ सम्पर्क करें? इत्यादि। जैसा कि हमने आपको बताया कि ग्रीन होम बनाने के लिए न ही आपको अपनी जेब पर अधिक बोझ डालना है और न ही इस तरह के घर बनवाने के लिए किसी विशेष रूप से प्रशिक्षित श्रमिको या उत्पादों की आवश्यकता पड़ती है। ग्रीन होम बनाने में उपयोगी सभी छोटी-बड़ी वस्तुएँ हमारे आसपास के क्षेत्र में आसानी से उपलब्ध हो जाती है।
"ग्रीन होम" एक जटिल नहीं, बल्कि एक सरल प्रक्रिया है जिसमे आप अपनी पसंदीदा डिज़ाइन चुन सकते है और लगभग २०% बिजली और पानी की बचत कर सकते है जिसका लागत खर्च २-३ वर्षों के भीतर वसूल हो जाता है। आवास फायनेंसियर्स लिमिटेड आपको इसके लिए तकनीकी और फाइनेंसिंग सहायता प्रदान करता है।
चरण 1 ) ग्रीन होम पैकेज चुनें : आवास की टीम के सदस्य इसमें आपका उचित मार्गदर्शन करेंगे और लागत मूल्य और उसके लाभ बताएँगे, अधिक जानकारी प्राप्त करें
चरण 2 ) लोन में अतिरिक्त खर्च जोड़ें : आवास आपके अतिरिक्त खर्च को कम रखने में आपकी मदद करेगा
चरण 3 ) घर बनाना शुरू करें : आवास इंजीनियर आपको ग्रीन होम मैन्युअल प्रदान करेंगे, और साइट पर नियमित रूप से आपका मार्गदर्शन करेंगे
चरण 4 ) EDGE प्रमाणपत्र प्राप्त करें : EDGE आपके घर को ग्रीन होम के रूप में मान्य करेगा|
ग्रीन होम के लाभ :-
कम बिजली खर्च
कम पानी खर्च
कम मेंटेनेंस खर्च
प्राकृतिक एवं वातानुकूलित
मजबूती एवं टिकाऊपन
कम निर्माण खर्च
इको फ्रेंडली
"ग्रीन होम" के अन्य लाभ
आधुनिक और आरामदायक घर जो लम्बे समय तक कुशल रहेंगे|
आपको सरकारी योजना और सब्सिडी का लाभ मिल सकता है|
यदि आप अपने घर को बेचते हैं तो आपके घर का मूल्य अधिक होगा|
दुनिया बदल रही है, भारत बदल रहा है, घर बदल रहे है,
क्यूंकि ज़िंदगी में घर एक ही बार बनता है आइए, शुरू करें "ग्रीन होम" की एक नयी शुरुआत अपने बेहतर कल के लिए, साथ ही आप पर्यावरण संरक्षण में अपना बहुमूल्य योगदान दें - आवास फाइनेंसर्स के साथ।