03-May-2025 | Home Loan
होम लोन की EMI चुकाना कई बार मुश्किल हो सकता है, खासकर जब आपकी आमदनी में बदलाव आ जाए। ऐसी स्थिति में कुछ लोग अपने होम लोन को चुकाने के लिए पर्सनल लोन लेने का सोचते हैं। यह ब्लॉग इसी विकल्प के फायदे, नुकसान और बेहतर उपायों के बारे में आसान भाषा में जानकारी देता है।
होम लोन: यह एक सिक्योर लोन होता है, जिसमें आप घर खरीदने या बनाने के लिए लोन लेते हैं। इसमें घर ही गिरवी (collateral) होता है, इसलिए ब्याज दर कम होती है और लोन 20–30 साल तक के लिए मिल सकता है। इसके साथ टैक्स छूट भी मिलती है (धारा 80C और 24(b) के तहत)।
पर्सनल लोन: यह बिना किसी गिरवी के दिया जाने वाला लोन है, जिसे आप मेडिकल खर्च, पढ़ाई या यात्रा के लिए ले सकते हैं। इसमें ब्याज ज्यादा होता है और इसे 1 से 5 साल में चुकाना पड़ता है।
कुछ फायदे:
जल्दी पैसा मिलना: पर्सनल लोन जल्दी अप्रूव हो जाता है और डॉक्युमेंटेशन भी कम होता है, जिससे आप फटाफट फंड्स पा सकते हैं।
कोई गिरवी नहीं: इसमें आपको कोई नई प्रॉपर्टी गिरवी नहीं रखनी पड़ती।
लेकिन नुकसान भी कम नहीं हैं:
ब्याज ज्यादा: पर्सनल लोन का ब्याज होम लोन से ज्यादा होता है। इससे आप पर आर्थिक बोझ बढ़ सकता है।
EMI ज्यादा: इसकी अवधि कम होने के कारण EMI अधिक होती है, जिससे आपकी मंथली बजट पर दबाव बढ़ सकता है।
टैक्स छूट खत्म: होम लोन पर जो टैक्स में छूट मिलती है, वह पर्सनल लोन से चुकाने पर नहीं मिलेगी।
ऋण का जाल: एक लोन को चुकाने के लिए दूसरा लोन लेने से आप कर्ज़ के जाल में फँस सकते हैं।
अधिकतर वित्तीय सलाहकार यह सलाह देते हैं कि पर्सनल लोन लेकर होम लोन चुकाना एक अच्छा विकल्प नहीं है। इसकी बजाय कुछ बेहतर उपाय अपनाने चाहिए।
सेविंग्स या इन्वेस्टमेंट का इस्तेमाल: अगर संभव हो, तो अपनी बचत या गैर-ज़रूरी निवेश को निकालकर होम लोन में आंशिक भुगतान करें। इससे ब्याज कम लगेगा।
EMI बढ़ाएं: अगर आपकी आमदनी की स्थिति बेहतर है, तो EMI थोड़ी बढ़ाकर लोन जल्दी खत्म करें और ब्याज भी बचाएं।
पर्सनल लोन लेकर होम लोन चुकाना पहली नज़र में आसान लग सकता है, लेकिन यह फायदे से ज्यादा नुकसान करता है। ब्याज ज्यादा, EMI भारी, टैक्स छूट का नुकसान और आर्थिक जोखिम को देखकर ये रास्ता समझदारी नहीं है। बेहतर है कि आप अपने खर्चों की समीक्षा करें, और संभव हो तो किसी वित्तीय सलाहकार की मदद लें।