misscall Give Missed Call for Home Loan +91 9706128128
Special Offers
×
notifications

Check Credit Score for FREE

Get your Credit Score for Free.

Click to Check Now
notifications

Home Loan

Loan for your dream home is just a click away!

APPLY NOW
notifications

MSME Business Loan

Take your business to greater heights with customised MSME Loans

APPLY NOW
notifications

Loan Against Property

Use your property to fulfil your financial needs.

Apply Now
notifications

Construction Loan

Build your home the way you want.

APPLY NOW

सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन में क्या अंतर है?

30-Oct-2024 | Home Loan

सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन में क्या अंतर है?

जब आप लोन लेने की सोच रहे होते हैं, तो एक सवाल ज़रूर आता है - क्या आपको सिक्योर्ड लोन लेना चाहिए या अनसिक्योर्ड लोन? इसका जवाब यह है कि दोनों लोन के अपने फायदे और कुछ कमियां होती हैं। इन फायदों और नुकसानों को अच्छे से समझने के बाद, आप सही निर्णय ले सकते हैं और अपने वित्त को अच्छी तरह से संभाल सकते हैं। इस ब्लॉग में हम सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन के कई पहलुओं को समझेंगे, खासकर घर के लोन से जुड़े इनके फायदे और नुकसान।

सिक्योर्ड लोन क्या है?

सिक्योर्ड लोन वह लोन होता है जिसे लेने के लिए आपको कोई संपत्ति (जैसे घर, प्लॉट या कोई अन्य मूल्यवान वस्तु) गिरवी रखनी होती है। इसे गिरवी के रूप में बैंक के पास रखा जाता है ताकि अगर आप लोन वापस न चुका पाएँ, तो बैंक उस संपत्ति को बेचकर लोन की भरपाई कर सके।

सिक्योर्ड लोन की विशेषताएं

  1. कोलैटरल की जरूरत: इस तरह के लोन में संपत्ति को गिरवी रखना जरूरी होता है, जिससे बैंक का जोखिम कम होता है।

  2. कम ब्याज दर: क्योंकि इसमें संपत्ति गिरवी रखी होती है, इसलिए बैंक इसे कम ब्याज दर पर देते हैं।

  3. ज्यादा लोन लिमिट: क्योंकि संपत्ति गिरवी होती है, बैंक बड़े लोन अमाउंट देने को तैयार रहते हैं।

  4. लंबी रीपेमेंट अवधि: सिक्योर्ड लोन में चुकौती की अवधि भी लंबी होती है।

अनसिक्योर्ड लोन क्या है?

अनसिक्योर्ड लोन लेने के लिए किसी भी संपत्ति को गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती है। यह लोन आपकी क्रेडिट हिस्ट्री, आय, और वित्तीय स्थिति पर निर्भर होता है। इसके उदाहरण में पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड, और स्टूडेंट लोन आते हैं।

अनसिक्योर्ड लोन की विशेषताएं

  1. किसी कोलैटरल की जरूरत नहीं: इसमें किसी संपत्ति को गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती, इसलिए यह उन लोगों के लिए आसान होता है जिनके पास मूल्यवान संपत्ति नहीं है।

  2. ज्यादा ब्याज दर: गिरवी न होने की वजह से बैंक या लोन एजेंसी का जोखिम बढ़ जाता है, इसलिए ब्याज दर ज्यादा होती है।

  3. कम लोन लिमिट: अनसिक्योर्ड लोन में बैंक या लोन एजेंसी लोन की राशि थोड़ी कम देते हैं।

  4. कम रीपेमेंट अवधि: इन लोन की रीपेमेंट अवधि कम होती है, जिससे हर महीने की किश्त ज्यादा हो सकती है, लेकिन लोन जल्दी खत्म होता है।

  5. क्रेडिट स्कोर पर निर्भरता: अनसिक्योर्ड लोन में क्रेडिट स्कोर बहुत अहम होता है। अच्छा स्कोर मिलने पर अच्छे टर्म्स मिल सकते हैं, जबकि खराब स्कोर होने पर सीमित विकल्प रहते हैं।

सिक्योर्ड होम लोन क्या है?

होम लोन एक आम प्रकार का सिक्योर्ड लोन है। जब आप होम लोन लेते हैं, तो आपकी संपत्ति गिरवी रखी जाती है। इसमें कई फायदे और कुछ जोखिम होते हैं, इसलिए यह समझना जरूरी है कि यह कैसे काम करता है।

सिक्योर्ड होम लोन के फायदे

  1. कम ब्याज दर: संपत्ति गिरवी होने की वजह से होम लोन कम ब्याज दर पर मिलते हैं।

  2. टैक्स लाभ: होम लोन पर टैक्स छूट मिलती है, जिससे काफी बचत होती है।

  3. ज्यादा लोन अमाउंट: संपत्ति के मूल्य की वजह से लोन की राशि अधिक होती है, जिससे महंगे घर खरीदने का विकल्प मिलता है।

  4. लंबी रीपेमेंट अवधि: होम लोन की चुकौती अवधि 30 साल तक हो सकती है, जिससे हर महीने की किश्त कम हो जाती है।

अनसिक्योर्ड होम लोन क्या है?

होम लोन तो मुख्यतः सिक्योर्ड लोन होता है, लेकिन पर्सनल फाइनेंस में अनसिक्योर्ड लोन का भी महत्वपूर्ण स्थान होता है। अनसिक्योर्ड लोन कुछ मामलों में ज्यादा लचीले होते हैं।

अनसिक्योर्ड लोन के फायदे

  1. संपत्ति का जोखिम नहीं: इसमें गिरवी नहीं रखनी होती, इसलिए डिफॉल्ट होने पर संपत्ति का नुकसान नहीं होता।

  2. जल्दी प्रोसेसिंग: अनसिक्योर्ड लोन का प्रोसेस फास्ट होता है क्योंकि संपत्ति की जांच की जरूरत नहीं होती।

  3. फ्लेक्सिबिलिटी: इन लोन को विभिन्न कार्यों जैसे मेडिकल खर्चे, पढ़ाई या कर्ज चुकाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

  4. सुलभता: जिन लोगों के पास संपत्ति नहीं होती, वे भी अनसिक्योर्ड लोन ले सकते हैं, बशर्ते उनकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी हो।

अनसिक्योर्ड लोन के जोखिम

  1. उच्च ब्याज दरें: गिरवी न होने की वजह से ब्याज दरें ज्यादा होती हैं।

  2. सख्त क्रेडिट आवश्यकता: इसे पाने के लिए अच्छा क्रेडिट स्कोर और वित्तीय स्थिति जरूरी होती है।

  3. लिमिटेड लोन अमाउंट: गिरवी न होने की वजह से लोन अमाउंट कम होता है।

सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन में कैसे चुनाव करें?

यह निर्णय आपकी वित्तीय स्थिति, लोन का उद्देश्य और जोखिम उठाने पर निर्भर करता है।

सिक्योर्ड लोन कब चुनें?

  1. अगर आपको बड़ी राशि चाहिए, जैसे घर या गाड़ी के लिए, तो सिक्योर्ड लोन उपयुक्त है।

  2. ब्याज दर कम रखना चाहते हैं, तो सिक्योर्ड लोन बेहतर है।

  3. लंबी रीपेमेंट अवधि चाहते हैं, ताकि हर महीने की किश्त कम हो।

अनसिक्योर्ड लोन कब चुनें?

  1. जब आपके पास गिरवी रखने लायक संपत्ति न हो, तो अनसिक्योर्ड लोन ही विकल्प होता है।

  2. तुरंत धन की जरूरत हो, तो अनसिक्योर्ड लोन फास्ट एक्सेस देता है।

  3. जब खर्चे विविध प्रकार के हों, जैसे मेडिकल इमरजेंसी, पढ़ाई या कर्ज को चुकाना हो।

निष्कर्ष

सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन दोनों के अपने फायदे और संभावित नुकसान होते हैं। सिक्योर्ड लोन बड़े खर्चों के लिए अच्छा होता है और ब्याज दर कम रखता है, जबकि अनसिक्योर्ड लोन जल्दी धन उपलब्ध कराता है, लेकिन इसमें ब्याज दरें ज्यादा होती हैं और क्रेडिट की सख्त जरूरत होती है।

इन दोनों लोन के बीच के अंतर को समझकर आप सही निर्णय ले सकते हैं और अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार उचित विकल्प चुन सकते हैं। चाहे आप होम लोन के बारे में सोच रहे हों या किसी अन्य प्रकार का लोन, अपनी स्थिति का आकलन करना और किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना महत्वपूर्ण होता है। फायदे-नुकसान पर ध्यान देकर और अपने वित्तीय लक्ष्यों को समझकर, आप सही निर्णय ले सकते हैं और अपने भविष्य को सुरक्षित बना सकते हैं।

Post A Comment

Comments:

Apply For Loan

+91
Please enter a valid 10-digit phone number.
Enter valid name.
Enter valid name.
Please enter a valid pincode.
Please enter a valid PAN number.
लोन राशि, i.e=1000000
Minimum 1 lakh and max 1 cr.